
रुड़की।अंतराष्ट्रीय वैश्य फेडरेशन द्वारा महाराजा अग्रसेन जयंती अवसर पर महाराजा अग्रसेन चौक पर फल वितरण किया गया तथा महाराजा अग्रसेन जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर आरती की गई।अग्रसेन महाराज की जय के उद्घोष के साथ वैश्य समाज के बंधुओं ने कहा कि महाराजा अग्रसेन जी ने समाज को सहयोग,करुणा और समानता का अनोखा मंत्र दिया था।उनकी एक ईंट और एक रुपया की परंपरा हर पीड़ित और असहाय तक मदद पहुंचाने का प्रतीक थी,जिसे आज हमें भी अपनाने की आवश्यकता है।
कहा कि वैश्य समाज की सामूहिक ताकत,एकजूटता और सेवा भावना से ही समाज और राष्ट्र का कल्याण संभव है।वक्ताओं ने कहा कि महाराजा अग्रसेन जी ने अहिंसा,आर्थिक समानता और सामाजिक समता पर जोर देते हुए एक आदर्श राज्य अग्रोहा की स्थापना की।उन्होंने यज्ञों में जानवरों की बलि देने से इनकार करके और एक ‘एक ईंट,एक मोहर’ का नियम लागू करके समाजवाद और समानता का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया।वे समानतामूलक समाज के अनुयायी थे।उन्होंने एक अनूठा नियम बनाया कि जो भी राज्य में आकर बसना चाहे,उसे पुरानी प्रजा द्वारा एक ईंट और एक मोहर दी जाए,ताकि नए परिवार पुराने परिवार के समकक्ष बन सकें,जिससे समाज में ऊंच-नीच का भेद मिट जाए।वे अपनी दयालुता और करुणा के लिए जाने जाते थे।उनके जीवन के आदर्शों में लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था,आर्थिक समरूपता और सामाजिक समानता शामिल थी।इस अवसर पर मेयर अनीता देवी अग्रवाल,पूर्व मेयर गौरव गोयल,वरिष्ठ कांग्रेस नेता सचिन गुप्ता,भाजपा जिला कोषाध्यक्ष नितिन गोयल,डॉ०सौरभ गुप्ता,रामगोपाल कंसल,कविश मित्तल,हर्षित गुप्ता,प्रशांत अग्रवाल,अमित अग्रवाल,आकाश गोयल,सुमित अग्रवाल अध्यक्ष,निखिल तायल,आदर्श गुप्ता व पार्षद शिवम अग्रवाल आदि प्रमुख लोग मौजूद रहे।